11. ये फफूंदें माइक्रोस्पोरोन (Microsporon), ट्राकॉफाइटॉन (Trichophyton), एपिडर्मोफाइटॉन (Epidermophyton) या टीनिया जाति की होती है। 12. क्यों कि अधिकतम बार रूसी के रूप में टीनिया ही होता है. 13. दूसरे प्रकार का दद्रु दाढ़ी की दाद है (टीनिया बार्बी) । 14. 2. टीनिया सेजिनाटा और टीनिया सोलियम (Taenia solium) या फीताकृमि-ये विश्वव्यापी हैं। 15. 2. टीनिया सेजिनाटा और टीनिया सोलियम (Taenia solium) या फीताकृमि-ये विश्वव्यापी हैं। 16. इनकी लार्वा अवस्था गौ या शूकर में होती है, जिनके मांस में उपस्थित टीनिया के सिस्टीसंकल मानव संक्रामी होते हैं। 17. इनकी लार्वा अवस्था गौ या शूकर में होती है, जिनके मांस में उपस्थित टीनिया के सिस्टीसंकल मानव संक्रामी होते हैं। 18. ये फफूंदें माइक्रोस्पोरोन (Microsporon), ट्राकॉफाइटॉन (Trichophyton), एपिडर्मोफाइटॉन (Epidermophyton) या टीनिया जाति की होती है। 19. मिर्गी रोग के लिए जिम्मेदार परजीवी टीनिया सोलियम का संक्रमण बहुत लोगों को होता है, लेकिन झटके या दौरे नहीं सबको पड़ते। 20. सुरक्षा कवच के न होने से टीनिया सोलियम दिमाग तक आसानी से पहुंच जाता है और मिर्गी के झटके व्यक्ति को परेशान करते हैं।