11. शैलाक्ष: मैं नहीं करने का, तमस्सुक में इसका वर्णन नहीं है। 12. पीछे न आओ, मैं कदापि सुनने का नहीं, मुझे अपने तमस्सुक से काम है। 13. जिसने मुझसे और मेरे अहलेबैत से तमस्सुक किया उसने ख़ुदा का रास्ता इख़्तेयार कर 14. मुझे केवल अपने तमस्सुक से काम है; बस अब अधिक गिड़गिड़ाने से क्या लाभ। 15. शैलाक्ष: मैं तमस्सुक के प्रणों को नहीं तोड़ने का, उसके विरुद्ध कुछ मत 16. मैं राजद्वार से अपने तमस्सुक के अनुसार दण्ड दिला पाने की प्रार्थना करता हूँ। 17. शैलाक्ष: मुझे अपने तमस्सुक से काम है, मैं कदापि तुम्हारी बात न सुनूंगा, 18. के भीतर अर्थात् तमस्सुक की मिती पूजने के एक महीना पहिले मुझे आशा है कि 19. परन्तु उस पर दयाकर और तिगुना रुपया लेकर मुझे तमस्सुक फाड़ डालने की आज्ञा दे। 20. जिसने मुझसे और मेरे अहलेबैत से तमस्सुक किया उसने ख़ुदा का रास्ता इख़्तेयार कर लिया।