11. निशांत (ताहम ) हमें शर्मिंदा कर देने जितना ज्ञान रखते हैं... 12. और इस तरह ताहम ने आज २५ मई को अपना एक वर्ष पूरा किया. 13. ताहम हैरत है कि उन्हें यह सरीहन गलत बात कहने की हिम्मत कैसे हुई।14. ताहम हैरत है कि उन्हें यह सरीहन गलत बात कहने की हिम्मत कैसे हुई।15. मेरी बात से पूरी तरह नाइत्तफ़ाकी तो नहीं जताई, ताहम इतना ज़रूर कहा कि मैंने 16. ताहम , उसकी कहानी भी कश्मीर घाटी की कहानी से अविच्छिन्न रूप से जुड़ी हुई है।17. ताहम बाबू साहब ने खाने की बड़ी तारीफ की औरआला तौर परउसका सबूत भी दिया।18. ताहम उनके चन्द आदमियों के लिए गुड़ और हल्दी पीने का सामान हो चुका था।19. ताहम आज़ादी के बाद इस्लाम मुआशरती और सयासी सतहों पर बतदरीज एहमीयत हासिल कर रहा है।20. ताहम आज़ादी के बाद इस्लाम मुआशरती और सयासी सतहों पर बतदरीज एहमीयत हासिल कर रहा है।