11. बीना शर्मा ने कहा कि शमशेर को ऐंद्रिकता, दुर्बोधता और सौंदर्य का कवि कह कर पल्ला नहीं छुड़ा सकते। 12. बीना शर्मा ने कहा कि शमशेर को ऐंद्रिकता, दुर्बोधता और सौंदर्य का कवि कह कर पल्ला नहीं छुड़ा सकते। 13. आजकल की आधुनिक और अत्याधुनिक काव्य-कविताओं में दुर्बोधता , भाव-पक्ष की जटिलता, रस-न्यूनता आदि सांप्रतिक-रुचि-सम्मत हो गई हैं । 14. अर्थात लोकोक्तियां लघुकथाएं हैं, ग्राह्य नीति वाक्य है, एक सूक्ति है, परंतु उनमें सूक्ति जैसी दुर्बोधता ओर नीरसता नहीं होती। 15. जैसे वे चाहते हों कि यदि कविता के शहदीले पाठ तक पहुँचना है तो इस दुर्बोधता के कॉंटे के बीच से गुजरना लाजिमी है. 16. जहां तक विनोद कुमार शुक् ल की बात है, उनके यहां दुर्बोधता और बनावटीपन पाठक को असहज कर देने की हद तक हावी है। 17. यह जानबूझ कर पैदा की गयी दुर्बोधता है-जीवन के आसान से दिखने वाले पहलुओं में कुछ अलक्षित अर्थ उपजा लेने की सयत् न कोशि श. 18. समकालीन साहित्यकारों की रचनाओं पर दुर्बोधता के कारण उनकी ग्रहणीयता या आस्वादकता पर जो प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है, वह आकांक्षा जी की रचनाओं में नहीं है। 19. समकालीन कवियों की कविताओं पर दुर्बोधता के कारण उनकी ग्रहणीयता या आस्वादकता पर जो प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है, वह आकांक्षा जी की कविताओं में नहीं है। 20. शमशेर का गद्य और विचार भूमि ' विषय पर डॉ. बीना शर्मा ने कहा कि शमशेर को दुर्बोधता व सौंदर्य का कवि कहकर पल्ला नहीं झाड़ा जा सकता।