11. दृष्टि- स्थान के बदल जाने से छवि ही बदल जाती है कई बार।12. सम्यक दृष्टि- उचित समझ चार आर्य सत्यों को समझना और स्वीकार करना । 13. दृष्टि- स्थान के बदल जाने से छवि ही बदल जाती है कई बार।14. पेश है इन ढाई आखरों में समाई सुमन जी की सृष्टि और दृष्टि- 15. पेश है इन ढाई आखरों में समाई सुमन जी की सृष्टि और दृष्टि- 16. समस्त दृष्टि- गत जड़ पदार्थ आकाश नामक मूल जड़-सत्ता से उद्भूत हुआ है। 17. राहुल यहां यूथ कांग्रेस के राज्यस्तरीय शिविर युवा दृष्टि- 2009 संबोधित करने पहुंचे थे। 18. आधुनिक भैातिकवादी दृष्टि- इस दृष्टि से पुराण अनेक उलटी पुलटी अंधविश्वासपूर्ण सूचनाओं के भंडार हैं। 19. सौन्दर्य-दृष्टि- , इतिहास-बोध, सांस्कृतिक-सामाजिक-राजनैतिक सोच की सीमाएँ सबका मुक्तिबोष ने अतिक्रमण किया है। 20. उनकी दृष्टि- भंगिमा बदल गई और वे बिना कोरनिश दिये पिता के पास जाकर बैठ गये ।।