11. ‘मन के सांप ' में मायके गई पत्नी की स्मृति नामहीन पुरुष पात्र कथा-नायक को परेशान किए हुए है। 12. और यह कविता न ही उसका जाना रोक सकती है और न ही उसका इस तरह नामहीन ओझल होना...... 13. पहाड़ों की संकरी उतराई पर बसा नामहीन सा गॉंव जितना ठहरा-धीमा वह ग्राम्य जीवन था उतना ही तीखा-तेज दहाड़ता वह झरना। 14. पहाड़ों की संकरी उतराई पर बसा नामहीन सा गॉंव जितना ठहरा-धीमा वह ग्राम् य जीवन था उतना ही तीखा-तेज दहाड़ता वह झरना। 15. संवेदनाओं का यहां काम ही क्या? व्यवस्था के लिए व्यक्ति नामहीन है या यों कहें कि उसके लिए व्यक्ति एक नंबर भर है । 16. इस फिल्म में एक तरफ यह नामहीन शव है और दूसरी तरफ नायक महानगर में गुमशुदा का जीवन जीने के लिए बाध्य है। 17. ऐसे लोग यह क्यांे नहीं सोचते कि आजादी के 64 साल बाद भी वे अभी तक क्यों नामहीन व शक्लहीन बने हुए हैं। 18. क्या अवस्था होगी? किस बात को डर रहा है वह? वह नामहीन कौन-सा डर है, जो उसके भीतर है? 19. आज लोग एक नामहीन , रूपहीन शटरके गंधहीन वातावरण में जर्जर निःश्वासों की भांति जीवन जी रहे हैं, यह जीवन एबसर्डगद्य-~ मय हो रहा है. 20. संवेदनाओं का यहां काम ही क्या? व्यवस्था के लिए व्यक्ति नामहीन है या यों कहें कि उसके लिए व्यक्ति एक नंबर भर है ।