11. आपको अपने जीवन में अभ्युदय और निःश्रेयस , दोनों की ही प्राप्ति हो, 12. स्व के सतत् विस्तारित होनवाले अखण्डमण्डल स्वरूप का साक्षत्कार ही निःश्रेयस है। 13. उन्होंने धर्म के दोनों लक्ष्यों अभ्युदय और निःश्रेयस को सार्थक किया । 14. आपको अपने जीवन में अभ्युदय और निःश्रेयस , दोनों की ही प्राप्ति हो,... 15. आपको अपने जीवन में अभ्युदय और निःश्रेयस , दोनों की ही प्राप्ति हो। 16. भौतिक विकास को अभ्युदय तथा आध्यात्मिक विकास को निःश्रेयस कहा जाता है। 17. इस नर देह में प्राणियों के अभ्युदय तथा निःश्रेयस के समस्त साधन विद्यमान हैं। 18. रंगोत्सव के इस पावन पर्व पर सबको अपने जीवन में अभ्युदय और निःश्रेयस की प्राप्ति हो!!!!! 19. अभ्युदय व निःश्रेयस का समन्वित, संतुलित तथा समुचित अनुपालन इसे एक शब्द में समुत्कर्ष कहा गया। 20. अब सह-अस्तित्व-वाद के साथ हम मनः स्वस्थता को अभ्युदय और निःश्रेयस के रूप में प्रमाणित कर सकते हैं।