11. राज् य निजी क्षेत्रक भागीदारी के जरिए मूल संरचना विकास के लिए महत् वपूर्ण अवसर भी प्रदान करता है। 12. जब कि निजी क्षेत्रक गुणवत्ता उत् पादन प्रदान करने में सहायता करता है और स क्रिय सहायता सेवा देता है। 13. खनिजों की खोज और दोहन में सरकारी और निजी क्षेत्रक में निवेश की प्रोत्साहन देने के लिए परिवर्तनों का सुझाव देना। 14. निजी क्षेत्रक की महत् वपूर्ण भूमिका मानना जिसमें सरकार सक्रिय सुसाध् यकर्ता और उत् प्रेरणा के रूप में कार्य करती है।15. खनिजों की खोज और दोहन में सरकारी और निजी क्षेत्रक में निवेश की प्रोत् साहन देने के लिए परिवर्तनों का सुझाव देना। 16. इन दिशा निर्देशों में पारेषण में निजी क्षेत्रक भागीदारी के लिए दो विशिष्ट मार्गों की परिकल्पना की गई है, अर्थात:-( 17. निजी क्षेत्रक प्रचालनात् मक सक्षमता, पुनरुद्धारक प्रौद्योगिकी, प्रबंधकीय प्रभावोत् पादकता ओर अतिरिक् त वित् त पोषण की पहुंच मुहैया कराता है।18. तब से (उपलब्धता सूचना के अनुसार) इक्कीस परियोजनाएं जिनकी लागत राशि 13,672.50 करोड़ रुपए है, निजी क्षेत्रक भागीदारी के जरिए क्रियान्वित की गई है। 19. निजी क्षेत्रक को क्षमता सृजन की स् थापना करने और राज् य के बाहर तृतीय पक्ष बिक्री करने के लिए भी प्रोत् साहित किया गया है।20. इसके लिए सरकार को ऐसे पॉलिसी निर्मित करनी होगी जिससे निजी क्षेत्रक को प्रोत्साहन मिल सके और वह इस दिशा में पूंजी लगाने को तैयार हो जा ए.