11. श्रीकृष्ण भगवान का जीवन निर्दोष, निरवधि और निर्व्याज प्रेम से छलकता है । 12. इतनी सी देर में शताब्दियों के बराबर एक निरवधि समय बीत गया । 13. भवभूति को याद कर बढ़ते चलें-' कालोह्यं निरवधि विपुला च पृथ्वी.... 14. इतनी सी देर में शताब्दियों के बराबर एक निरवधि समय बीत गया । 15. कि कभी-न-कभी तो होगा कोई सामान धर्मा, पृथ्वी विपुल है और काल निरवधि है!! 16. दूसरा तरीका यह है कि आप ‘कालो ह्ययं निरवधि : ' मानकर इस ‘विपुला पृथ्वी' की 17. हिन्दू लोग अपने प्रत्येक संकल्प में निरवधि काल और सावधि काल दोनों का स्मरण करता है। 18. यह एक निरवधि , प्रवहमान अस्ति है-प्रत्यावर्ती सनातन काल के चक्र पर अविखंडनीय कालाणुओं का अजस्र क्रम। 19. कुमार उस पूरी श्रृंखला के सुमेरु थे. भवभूति के शब्दों में कहूँ तो-कालो निरवधि विपुला च पृथ्वी. 20. हाँ, पर इसमें भी, इसाई मत में भी जो अन्त होता है उसके बाद भी एक निरवधि काल है।