11. साकार रूप में अग्नि प्रकट हो जाने पर ही निराकर अग्नि का काष्ठ में अस्तित्व सिद्ध होता है। 12. साकार रूप में अग्नि प्रकट हो जाने पर ही निराकर अग्नि का काष्ठ में अस्तित्व सिद्ध होता है। 13. आज से लगभग 5215 वर्ष पूर्व द्वापर युग में निगु॔ण निराकर ईश्वर स्वरूप, श्रीकृष्ण रूप में अवतरित हुए। 14. साकार रूप में अग्नि प्रकट हो जाने पर ही निराकर अग्नि का काष्ठ में अस्तित्व सिद्ध होता है। 15. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थानीय इकाई द्वारा नाइटेंगल लोरेंस नसिZग कॉलेज के छात्रों की विभिन्न समस्याओं के निराकर ...... 16. इसलिये हमें निराकर ब्रह्म, अक्षर ब्रह्म, साकार ब्रह्म आदि रूपों में समभाव रखते हुए उस एकमात्र परमपिता की आराधना करनी चाहिये. 17. लोग कहते हैं कि ई श्वर साकार है, ई श्वर निराकर है हम कहते हैं यह धारणा बेकार है । 18. जो अजन्मा ईश्वरहोता है फिर वह अवतरित होकर जन्म क्यो लेता है1 क्या वह निराकर होकर दुष्टो को मरने मे असमर्थ है! 19. यह कहानी डिप्टी सुप्रिन्टेंडेन्ट रविन्द्र त्यागी ने सहायक सब इंस्पैक्टर निराकर , चरण सिंह एवं महेन्द्र सिंह के साथ मिल कर तैयार की। 20. परंतु हमारे ही धर्माचरण मे जब निराकर के साथ अनेक भगवान पूजते है और पूजा-अर्चना-नैवेद्य आदि जुड़ते है तो यह सनातन-धर्म बनता है.