11. निर्भ्रांत और निरसन अवस्था में जीना ही जीवन है…पर यह इन शब्दों जितना सरल भी नही.12. आनंदवर्धन ने भरत मुनि के पश्चात् पहली बार काव्य शास्त्र का निर्भ्रांत व मौलिक निरूपण किया. 13. सांप्रदायिक दंगों के बारे में तिलक का दृष्टिकोण चाहे सही या ग़लत हो, स्पष्ट और निर्भ्रांत था। 14. मुझे लगता है कि साहित्य की दुनिया में विज्ञान की तरह सब कुछ सदैव निर्भ्रांत नहीं होता. 15. नहीं, यह चेतना उनकी सर्वथा निर्भ्रांत थी और इस विषय में उनका दृष्टिकोण पूर्णतया निश्चित और स्थिर था। 16. जीवन जीने की कोई स्पष्ट, निर्भ्रांत लाइन देने के स्थान पर वे मनुष्य को बिगूचन में डालती हैं। 17. सांप्रदायिक दंगों के बारे में तिलक का दृष्टिकोण चाहे सही या ग़लत हो, स्पष्ट और निर्भ्रांत था। 18. “पुस्तकालय ऐसे मंदिरों की तरह हैं जहां प्राचीन संतों-महात्माओं के सद्गुणों से परिपूर्ण तथा निर्भ्रांत पाखंडरहित अवशेष सुरक्षित रखे जाते हैं।” 19. अस्सी के दशक की कविताओं के निर्भ्रांत बढ़ाव (एक्सटेंशन) की तरह नब्बे की कविता को देखना मुश्किलतलब विचार है। 20. कुल मिला कर सपे्र जी की यह समीक्षा उनके निर्भ्रांत काव्य विवेक और निर्भीक होकर सच कहने के साहस का प्रमाण है।