11. पर्णहरित के अतिरिक्त फाइकोसाइनिन (phycocyanin) तथा फाइकोएरि्थ्रान (phycoerythrin) भी विद्यमान रहते हैं।12. पर्णहरित विद्यमान होने के कारण, ये बहुधा हरे रंग के होते हैं।13. पर्णहरित विद्यमान होने के कारण, ये बहुधा हरे रंग के होते हैं।14. इसका इस्तेमाल पर्णहरित यानी फोटोसिंथेसिस की प्रक्रिया के लिए किया जा सकेगा। 15. (३) क्लोरोफाइसिई-इन शैवालों में निश्चित केंद्रक तथा पर्णहरित विद्यमान रहते हैं। 16. पर्णहरित , पर्ण हरिम या क्लोरोफिल एक प्रोटीन युक्त जटिल रासायनिक यौगिक है।17. (३) क्लोरोफाइसिई-इन शैवालों में निश्चित केंद्रक तथा पर्णहरित विद्यमान रहते हैं। 18. यह वर्णक यौगिक प्रकाश के अवशोषण द्वारा ऊर्जा उत्पन्न कर पर्णहरित बनाता है। 19. पत्तियों में पर्णहरित (क्लोरोफ़िल) की कमी के कारण ऐसा होता है। 20. यह वर्णक यौगिक प्रकाश के अवशोषण द्वारा ऊर्जा उत्पन्न कर पर्णहरित बनाता है।