11. पापात्मा हो, अथवा पुण्यात्मा, यह सबको समृद्धि प्रदान करता है।12. दुमदारों के सिवा आज धर्मात्मा है ही कौन? हम सब पापात्मा हैं। 13. मनमोहनी मुस्कान बिखेरते हुए कह रहे हैं कि ” हर पापात्मा को....... 14. संसार अथवा भूतल में यदि पुण्यात्मा हैं, तो पापात्मा भी क्यों न होंगे। 15. आज के जऊन सच्चा गुरु हें ऊंखर संकलप ला देख के पापात्मा थर्रावत हें। 16. इस दिन अट्टहास करने, किलकारियाँ भरने तथा मंत्रोच्चारण से पापात्मा राक्षसों का नाश होता है। 17. इस दिन अट्टहास करने, किलकारियाँ भरने तथा मंत्रोच्चारण से पापात्मा राक्षसों का नाश होता है। 18. ऐसे पापात्मा के लिये तो भगवान नर्क का दरवाज़ा भी बंद कर देते हैं. 19. इन दोनों ही पापों की सजा यह है कि पापात्मा प्राणी को यमराज ब्रह्मराक्षस बनाते हैं। 20. हरिश्चंद्र ने अभिमानपूर्वक कहा-' वह कौन पापात्मा है जो हमारे राज्य में किसी को सता रहा है?'