11. इसमें बेवफा, बेदिल, पाषाण हृदय स्त्री भी शामिल है. 12. उसकी पितृ-सेवा को देखकर पाषाण हृदय औरंगजेबका हृदय भी द्रवित हो उठता है. 13. इन्द्र: (स्वगत) अब तो पाषाण हृदय पर रखकर बड़ाई सुन रहा हूँ। 14. इन्द्र: (स्वगत) अब तो पाषाण हृदय पर रखकर बड़ाई सुन रहा हूँ। 15. चली गयी थी वह परी इस दुनिया से, एक पाषाण हृदय की कठोरता का शिकार होकर। 16. कोई भी व्यक्ति कितना ही पाषाण हृदय का क्यों न हो उसके भी दिल में एक कोमल भावुकता धड़कती है। 17. पाषाण हृदय को पिघला देने वाला यह वाक्य सुनकर भी दिल न पिघले, तो साहित्यिक संवेदनशीलता कहां बचती है?18. पार्श्वनाथ स्वामी और यशोधर मुनिराज का ऐसा जीवन रहा कि जिन्होंने अपनी क्षमा और समता से पाषाण हृदय को भी पानी-पानी कर दिया। 19. एक तो सप्त पदी में कही बातें और उनका इस प्रकार सार्वजनिक वाचन! कोई पाषाण हृदय ही बहे बिना रह सकता था। 20. पार्श्वनाथ स्वामी और यशोधर मुनिराज का ऐसा जीवन रहा कि जिन्होंने अपनी क्षमा और समता से पाषाण हृदय को भी पानी-पानी कर दिया।