11. सातवें अंक के अंत में पुष्पिका है-' इति श्री करुणा नाटक देवीदास कृत संपूर्ण।' 12. नंदी अपने स्वामी के आदेशानुसार गजमुख को पुष्पिका के सम्मुख चुपचाप रखकर तुरंत लौट आये। 13. नाटकों की स्थापना (प्रस्तावना) और पुष्पिका में कहीं भी नाटककार भास का नाम नहीं मिलता। 14. नाटकों की स्थापना (प्रस्तावना) और पुष्पिका में कहीं भी नाटककार भास का नाम नहीं मिलता। 15. नैमिषारण्य का प्रायः प्राचीनतम उल्लेख वाल्मीकि रामायण के युद्ध-काण्ड की पुष्पिका में प्राप्त होता है । 16. जबकि चोरी गई पांडुलिपि के अंत में पुष्पिका न होने से रचनाकार वर्ष अज्ञात सर्वविदित है। 17. ग्रन्थ का रचना-काल सन् 1532-33 है, जैसा कि इसकी पुष्पिका से स्पष्ट है। 18. जबकि चोरी गई पांडुलिपि के अंत में पुष्पिका न होने से रचनाकार वर्ष अज्ञात सर्वविदित है। 19. नैमिषारण्य का प्रायः प्राचीनतम उल्लेख वाल्मीकि रामायण के युद्ध-काण्ड की पुष्पिका में प्राप्त होता है । 20. पर यजुर्वेदभाष्य पुष्पिका में औवट (या उव्वट) के पिता का नाम वज्रट कहा गया है।