11. लेकिन मैनचेस्टर में अब जिस प्रायोगिक विज्ञान की शुरुआत हुई है, वो इस वैश्विक दौड़ का केंद्र है। 12. इस ज्ञान को मौसम, कम्प्यूटर विज्ञान, एवं संचार व्यवस्था जैसे प्रायोगिक विज्ञान के क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। 13. लेकिन मैनचेस्टर में अब जिस प्रायोगिक विज्ञान की शुरुआत हुई है, वो इस वैश्विक दौड़ का केंद्र है. 14. क्रिस्टलकी (Crystallography) या मणिविज्ञान एक प्रायोगिक विज्ञान है जिसमें ठोसों में परमाणों के विन्यास (arrangement) का अध्ययन किया जाता है। 15. इस शृंखला के दूसरे लेख में हम गैलीलियो को याद कर रहे हैं जिन्हें आधुनिक प्रायोगिक विज्ञान का जन्मदाता कहा जाता है। 16. इस शृंखला के दूसरे लेख में हम गैलीलियो को याद कर रहे हैं जिन्हें आधुनिक प्रायोगिक विज्ञान का जन्मदाता कहा जाता है। 17. इस ज्ञान को मौसम, कम्प्यूटर विज्ञान, एवं संचार व्यवस्था जैसे प्रायोगिक विज्ञान के क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। 18. क्रिस्टलकी (Crystallography) या मणिविज्ञान एक प्रायोगिक विज्ञान है जिसमें ठोसों में परमाणों के विन्यास (arrangement) का अध्ययन किया जाता है। 19. इससे अर्जित ज्ञान को मौसम विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान, एवं संचार व्यवस्था जैसे प्रायोगिक विज्ञान के क्षेत्रों में आसानी से लागू किया जा सकता है। 20. इंजीनियरिंग के स्कूल में कार्यक्रम के लिए आवेदक गणित में राष्ट्रीय उच्च विद्यालय डिप्लोमा Baccalaureat, प्रायोगिक विज्ञान या इसके बराबर होनी चाहि ए.