11. अन्य देशों में जहाँ एक ही धर्म के बहुत्व हो, इसको समझना आसान नहीं है. 12. यह बहुत्व तो हम व्यक्तियों की बहुलता के कारण रचते हैं, किन्तु यह भ्रमपूर्ण रचना है। 13. यह बहुत्व तो हम व्यक्तियों की बहुलता के कारण रचते हैं, किन्तु यह भ्रमपूर्ण रचना है। 14. अन्य देशों में जहाँ एक ही धर्म के बहुत्व हो, इसको समझना आसान नहीं है. 15. भारत एक बहु संस्कृतिक देश है और इसके इतिहास के गर्भ में बहुत्व चुरचुर कर सदियों से भरा पडा है। 16. विज्ञान के सभी आविष्कार एक ही दिशा की ओर संकेत करते हैं कि इस सृष्टि में बहुत्व में एकत्व है। 17. इस दर्शन में अद्वैत की जगह बहुत्व की कल्पना है परंतु ब्रह्म अनेक में एकता स्थापित करनेवाला एक तत्व है। 18. अत: तीन द्यणुकों से त्रसरेणु की उत्पत्ति मानी जाती हे, जहाँ बहुत्व संख्या महत्परिमाण का जनक होती है। 19. भारत एक बहु संस्कृतिक देश है और इसके इतिहास के गर्भ में बहुत्व चुरचुर कर सदियों से भरा पडा है। 20. भारत एक बहु संस्कृतिक देश है और इसके इतिहास के गर्भ में बहुत्व चुरचुर कर सदियों से भरा पडा है।