11. ' किसी अप्रकाशित को महाशून्य में प्रकाशित करने की माया रचता भासमान अनागरिक। 12. ग्रहों की चाल से ही दिन-रात तथा ऋतु परिवर्तन हमें प्रत्यक्ष भासमान होते हैं। 13. ‘मस्यत इति मः ' तात्पर्य है कि सारा देह गेहादि ब्रह्मरूप से भासमान होने लगे। 14. अपने समय की आलोचना और रचना को अपनी बेखौफ किलकारी से भासमान कर दो। 15. ग्रहों की चाल से ही दिन-रात तथा ऋतु परिवर्तन हमें प्रत्यक्ष भासमान होते हैं। 16. भारत ही नहीं भगवान और भाग्य में भी यह भ भरा है भासमान है। 17. स्थूल भासमान सत्य से शुरू करके साधक शरीर एवं मन के परमसत्य तक पहुंचता है। 18. इसके द्वारा एक तत्व को दूसरे तत्व के रूप में भासमान किया जा सकता है; 19. मनोआकाश अस्फुट, भासमान विश्व वहाँ, अहंकार स्रोत ही में तिरता डूब जाता है। 20. स्थूल भासमान सत्य से शुरू करके साधक शरीर एवं मन के परमसत्य तक पहुंचता है।