11. मोतब ने कहा, जी हाँ, ऐ फ़रज़न्दे रसूल, इतनी मिक़दार में है कि चन्द महीनों के लिए काफ़ी होगा.. 12. वाजिब मिक़दार के मुकम्मल तौर पर धुलने का यक़ीन करने के लिए थोड़ा अतराफ़ का हिस्सा भी धो लेना चाहिए है। 13. या मुराद यह है कि दुनिया के दिन की मिक़दार में दो बार जन्नती नेअमतें उनके सामने पेश की जाएंगी. 14. ४) सूखे मेवेमे बादाम तो बेहतरीन होतेही हैं...गर सही मिक़दार मे लिए जाएँ....जैसे कि ३ बादाम रातमे भिगोके सुबह छिलका उतारके खाए जायें। 15. और दिन को रात के हिस्से में लाता है (17) (17) दिन घटाकर और रात की मिक़दार बढ़ा कर. 16. (2) छ: दिन से दुनिया के छ: दिनों की मिक़दार मुराद है क्योंकि ये दिन तो उस वक़्त थे नहीं. 17. उनमें सबसे पहले हज़रत अबूबक्र सिद्दीक रदियल्लाहो अन्हो हैं जिन्हों ने अपना कुल माल हाज़िर कर दिया, जिसकी मिक़दार चार हज़ार दिरहम थी. 18. उस दिन तुमसे कोई बाक़ी न रह जाएगा मगर उसी मिक़दार में जितना पतीली का तह देग होता है, या थैली के झाड़े हुए रेज़े। 19. हज़रत जाबिर और हज़रत अली मुरतज़ा रदियल्लाहो अन्हुमा से रिवायत है कि मेहर की कम मिक़दार दस दरहम है, इससे कम नहीं हो सकता. 20. मालिक ने हर मख़लूक़ की मिक़दार मुअय्यन की है और मोहकमतरीन मोअय्यन की है औश्र हर एक की तदबीर की है और लतीफ़ तरीन तदबीर की है।