11. मंदिर के अन्दर त्रिशूल तथा खप्पर लिए हुए अष्टभुजी दुर्गा की मूति है। 12. कस्बे मे महाऋषि बाल्मिकी मूति की शोभायात्रा बडी धुमधाम से साथ निकाली गई । 13. चमत्कारी कोठुलेश्वर महादेव में भगवान हनुमान की मूति स्थापित नारायणबगड़ (ंप्याउ) । 14. बद्रीनाथ की मूति को बौद्धों ने बुद्ध समझकर पूजा, फिर अलकनन्दा में फेंक दिया. 15. मूति रखे जाने के पूव पिछले शुकवार को इसमें जुमे की नमाज पढी गयी थी।16. नरनारायण ऋषियों ने धम के दय आर दक्षकया मूति के गभ से उप होकर महान तप किया था। 17. वे उसमें मूति के प्रति ऐसी अंधश्रद्धा पैदा करते हैं कि सुखिया पागलपन की हद तक पहुंच जाती है। 18. वे उसमें मूति के प्रति ऐसी अंधश्रद्धा पैदा करते हैं कि सुखिया पागलपन की हद तक पहुंच जाती है। 19. पर एक विशाल सिह की मूति है जो अपने अगले दोनो पंजो पर हाथी के पीठ पर सवार है। 20. इसी तरह दीि विववािलय में जाकर फकटी आफ आटस में विवेकानद की मूति पर माला चढाने का उनका ाेगाम था।