11. जब समय न हो, जो की हमारी पूरी पीढ़ी का मूल वाक्य हैं तब... 12. इस मूल वाक्य को समझते हुए ही बाबू लंगट सिंह ने एलएस कॉलेज का निर्माण किया था। 13. ' बिहने ' का अर्थ सवेरे होता है जबकि मूल वाक्य में समय निश्चित नहीं है. 14. धार्मिक आजादी के परम मुद् दई गुरु तेग बहादुर जी के व्यक्तित्व और वाणी का मूल वाक्य था- 15. हम सबही एक नए ही विचारधारा में जी रहे है जिसका मूल वाक्य है................“”सब कुछ चलता है...सब जायज है..“”.. 16. नारी ब्लॉग अपनी बात इस अपने मूल वाक्य से कहता है कि “नारी जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की ”। 17. इस मूल वाक्य के अलावा इस पर्व को सामाजिक रूप से मेल-जोल का तथा विजय की खुशी मनाने का प्रतीक भी बना लिया गया। 18. साथ ही, यदि कोई मूल वाक्य बदल जाता है, तो वह भी दुबारा इसमें आपके सामने आ जाता है, ताकि सब कुछ सामयिक रहे। 19. हमें मूल वाक्य याद रखना होगा कि, सिर्फ पेशेवर पत्रकारिता ही नैतिक हो सकती है और नैतिक पत्रकारिता ही पेशेवर हो सकती है. 20. मूल वाक्य में ' हैवाँ' शब्द के साथ खेला गया है-पहली बार इसका मतलब 'हैवान' यानि 'जानवर' है और दूसरी बार 'जीवन' (हयात) है