11. इसे देश के राजचिन्ह के रूप में 26 जनवरी 1950 को स्वीकारा गया।... 12. उसका राजचिन्ह पूर्व और पश्चिम की ओर देखता दो सिरों वाला गरुड़ है। 13. भारतीय सरकार ने 26 जनवरी 1950 को इसे राजचिन्ह के रूप में अपनाया। 14. इसके हर बर्तन पर जानवरों, राजचिन्ह और पत्तियों के चित्र उकेरे गए हैं। 15. भारत की कैरेसी पर राजचिन्ह सारनाथ के अशोक स्तम्भ से ही लिया गया है. 16. अशोक के बनवाये हुए स्तम्भ आज भी मौजूद हैं. आज स्वाधीन भारत का राजचिन्ह सिंह-मूर्तियां हैं. 17. इस बार सबके पुट्ठे में राजचिन्ह दगा था साथ में उसकी सींगे रंग दी गईं थीं। 18. जहां-जहां भारत का राजचिन्ह संसद की दीवारों पर अंकित है, वहां-वहां यह बोध वाक्य ‘ 19. यहां तक कि जूनागढ़ का राजचिन्ह यानी कोट ऑफ आर्म्स पर हिंदी का इस्तेमाल हुआ है. 20. इन्हीं में से सारनाथ का प्रसिद्ध सिंहशीर्ष स्तंभ भी है जो अब भारत के राजचिन्ह के रूप में सम्मानित है।