11. समाज की स्फूर्त रगों में दौड़ती गालियों के मुहावरे और एक छायावादी रूपकात्मक अं त. 12. आज के माहौल की उदास परतों को उधेड़ती है यह रचना नया रूपकात्मक भेष भरे. 13. तुकाराम की अधिकांश काव्यरचना कैबल अभंग छंद में ही है, तथापि उन्होंने रूपकात्मक रचनाएँ भी की हैं। 14. तुकाराम की अधिकांश काव्यरचना कैबल अभंग छंद में ही है, तथापि उन्होंने रूपकात्मक रचनाएँ भी की हैं। 15. कहा जा सकता है कि यह तो भाषा का रूपकात्मक प्रयोग है, इसे आगे खींचने की जरूरत नहीं। 16. अथर्ववेद जिसमें चिकित्सा का रूपकात्मक वर्णन है और औषधियों की स्तुतियाँ हैं उसे बाद में चौथा वेद माना गया। 17. ऐतरेय ब्राह्मण में रूपकात्मक और प्रतीकात्मक शैली का आश्रय लिया गया है, जो इसकी अभिव्यक्तिगत सप्राणता में अभिवृद्धि कर देती है। 18. योग एवं तंत्र में सुषुम्ना आदि अति सूक्ष्म एवं केवल अनुभवात्मक हैं तो आयुर्वेद में नाड़ी की गतियों का वर्णन रूपकात्मक है। 19. उसमें यह भी रूपकात्मक उक्ति है-देहरी तो परबत भई, अँगना भयो बिदेस, लै बाबुल घर आपनो मैं चली पिया के देस। 20. 19वीं षती में भारतीय जनमानस को जिस राश्ट्रीय भावना ने आलोकित किया था, उसमंे भाशा के इन रूपकात्मक बिम्बों का गहरा योगदान रहा था।