11. हिंदी आलोचना का मुख्य स्वर लोकवादी , सामाजिक, जनोन्मुख और जनपक्षीय रहा है। 12. जाता है, जब लोकवादी (ह्यूमैनिटेरिअन) के रूप में हमारे सामने आता है 13. लोकवादी तुलसीदास, मीरा का काव्य, हिंदी आलोचना नंगा तलाई का गॉंव ।14. आचार्य जी लोगों से फंडा समझ भर लो बाकी लोकवादी इस्टाइल में परस दो। 15. लोक का विश्वास तोड़ कर लोकवादी या जनवादी कैसे हुआ जा सकता है? 16. इस बार यहाँ पेश है उनका निबंध प्रगतिशील साहित्य धारा में अंध लोकवादी रुझान। 17. प्रभाषजी की पत्राकारिता को साहित्य बनाने वाली एक और चीज थी-वह था उनका लोकवादी स्वरूप। 18. आत्मवादी और लोकवादी , दोनों ही कविताओं की अराजनीतिक मुद्राएँ उनके सौन्दर्यवादी आग्रहों का परिणाम है। 19. उनका बुद्धिवाद उनकी लोकवादी आस्था उनके अध्ययन का फलक मुझे बराबर उनकी ओर आकर्षित करता रहा है। 20. उनका बुद्धिवाद उनकी लोकवादी आस्था उनके अध्ययन का फलक मुझे बराबर उनकी ओर आकर्षित करता रहा है।