11. वैज्ञानिक कहते हैं कि संभव है कि इस तारे में अन्य ग्रह भी हों जो वासयोग्य क्षेत्र में हैं। 12. २०१० में ग्लीज़ ५८१ तारे के इर्द-गिर्द दो महापृथ्वियाँ पाई गई जो इसके वासयोग्य क्षेत्र की सीमा पर हैं। 13. वासयोग्य क्षेत्र कहाँ है यह तारे पर निर्भर है (ऊपर-नीचे तारों का आकार है, दाएँ-बाएँ तारे से दूरी है)14. २०१० में ग्लीज़ ५८१ तारे के इर्द-गिर्द दो महापृथ्वियाँ पाई गई जो इसके वासयोग्य क्षेत्र की सीमा पर हैं। 15. किसी तारे का वासयोग्य क्षेत्र उस तारे से कितनी दूरी पर है यह बात उस तारे पर निर्भर करती है. 16. किसी तारे का वासयोग्य क्षेत्र उस तारे से कितनी दूरी पर है यह बात उस तारे पर निर्भर करती है. 17. पहला ज्ञात ग़ैर-सौरीय ग्रह है जो पृथ्वी जैसा है और एक सूरज जैसे तारे के वासयोग्य क्षेत्र में परिक्रमा कर रहा है। 18. इस तारे ने तब मीडिया का ध्यान आकर्षित किया जब सन २००७ मे इसके वासयोग्य क्षेत्र के नजदीक ग्लीज़ ५८१ सी ग्रह मिला। 19. यह अपने तारे के वासयोग्य क्षेत्र में आता है लेकिन अपने बड़े द्रव्यमान के कारण इसपर जीवन पनपने की सम्भावना कम लगती है। 20. इसमें शामिल ग्लीज़ ५८१ तारे का अपना ६ ग्रहों वाला ग्रहीय मण्डल है, जिसमें से एक उस तारे के वासयोग्य क्षेत्र में स्थित है।