11. प्रायः हर शासक की फौज में विदेशज मूल के योद्धा भी होते थे। 12. प्रायः हर शासक की फौज में विदेशज मूल के योद्धा भी होते थे। 13. कोलकाता की दुर्गा पूजाः आइए देखें माता दुर्गा के ये देशज और विदेशज रूप 14. हाँ मैं हिन्दी में विदेशज शब्दों और नए शब्दों के आने का विरोधी नहीं। 15. हिंदी की मानक भाषा के आधारं तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशज हैं। 16. यह लेख ब्लाग जगत में विदेशज शब्दों पर सार्थक चिंतन है और अत्यंत उपयोगी है। 17. हिन्दी में इसका प्रवेश विदेशज की तरह हुआ फिर मलाई बनकर यह हिन्दी का ही हो गया। 18. प्रायः हर भाषा विदेशज शब्द को उनकी अर्थवत्ता और ध्वन्यात्मकता के साथ अपनाने की परिपाटी रही है। 19. ‘दीन ' हिन्दी की तत्सम शब्दावली का हिस्सा है और दूसरा ‘दीन' विदेशज शब्दावली में शामिल है । 20. आमतौर पर इसे विदेशज और देशज शब्दों के मेल से बना संकर युग्म माना जाता है ।