11. परिवारमुक्त निकट या दूर के शब्दों के साथ शब्दरूप और अर्थरूप का 12. उसे बोध हुआ कि वह मात्र शब्दरूप है और सुनयना उससे निसृत अर्थ। 13. संस्कृत व्याकरण के एक जटिल स्वरूप त्ङित के विविध शब्दरूप को प्रदर्शित करता है। 14. जिसमे पिता जी ने चर्चा करना सिखाया था.... मनोभावों को शब्दरूप देना...... 15. सं स्कृत में महिला के लिए स्त्री या त्रिया दोनो ही शब्दरूप मिलते हैं। 16. आत्मा के सौन्दर्य का शब्दरूप है काव्य मानव होना भाग्य है, कवि होना सौभाग्य-'नीरज' 17. इस प्रकार सैक्सन, इंग्लिश, आयरिश, गथिक (प्राचीन जर्मन) आदि भाषाओं के प्राचीन शब्दरूप बड़ी मात्रा में सुरक्षित हुए। 18. सुरत जब शब्द से मिल जाती है तो शब्दरूप हो जाती है फिर उसे कोई बूंद नहीं कहता। 19. जो कुछ भी इस जीवनकाल में देखा और महसूस किया वो अपनेआप ही शब्दरूप में काग़ज़ पर उतर आया। 20. (घ) परिवार-संबंद्ध अथवा परिवारमुक्त निकट या दूर के शब्दों के साथ शब्दरूप और अर्थरूप का तुलनात्मक पक्ष उपस्थित करना;