11. शल्यचिकित्सा में संक्षोभ (surgical shock) भी एक विशिष्ट एवं महत्व का विषय है। 12. (3) संक्षोभ (shock), पात (collapse) और अन्य विशिष्ट अभिव्यक्तियों (manifestations) के होते ही उनसे संघर्ष करना। 13. संक्षोभ के दोनों लेखों से हम मधयप्रदेश में सन् 528 ई तक गुप्तों का आधिपत्य पाते हैं।14. सुख साधन बढ़े हैं, साथ ही तनाव-उद्विग्नता, मानसिक संक्षोभ -विक्षोभों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। 15. संक्षोभ में त्वचा का रंग फीका पड़ जाता है तथा यह स्वेदक्लेद्य एवं स्पर्श में ठंढी मालूम होती है।16. परिणाम बड़े भयंकर होते हैं-संत्रास, कष्ट, तनाव, संक्षोभ , सभी प्रकार की आधि-व्याधियाँ। 17. संक्षोभ में त्वचा का रंग फीका पड़ जाता है तथा यह स्वेदक्लेद्य एवं स्पर्श में ठंढी मालूम होती है।18. संक्षोभ में त्वचा का रंग फीका पड़ जाता है तथा यह स्वेदक्लेद्य एवं स्पर्श में ठंढी मालूम होती है।19. इसका उल्लेख संक्षोभ के खोह अभिलेख में मिलता है जहां ओपनी नामक ग्राम को कणनाग पेठ के अंतर्गत बताया गया है। 20. इसी प्रकार दभाला के राजा संक्षोभ को भी हम सन् 518 और 528 ई में गुप्तसम्राट के सामन्त के रूप में पाते हैं।