11. जैसे-जनसंचार माध्यम और परम्परागत माध्यम, जिनके व्यापक संचार मार्ग की भिन्नता एक-दूसरे के अस्तित्व का आधार है। 12. संचार मार्ग में संदेश का प्रवाह प्रापक के सुनने तक होता है, जिससे संदेश अपने गन्तव्य स्थल तक पहुंचता है।13. किन्तु किसी गुण विशेष के विकाश एवं फलीभूत होने के लिये तीनो का संचार मार्ग पृथक कर दिया गया है. 14. इस प्रकार कहा जा सकता है कि संचार प्रक्रिया में संचार मार्ग वह होता है जिसके द्वारा प्रापक तक संदेश पहुंचता है। 15. इनमें कौन सा संचार मार्ग ज्यादा प्रभावी है-आंखों से देखा हुआ या कानों से सुना हुआ, अथवा दोनों का मिश्रित मार्ग। 16. विलबर श्राम के अनुसार-प्रत्येक संचार मार्ग की अपनी प्रवृत्ति होती है, जिसे अन्य संचार माध्यमों से संपादित नहीं किया जा सकता है। 17. अंतर-वैयक्तिक संचार के संदर्भ में संचार मार्ग शोर को संचारक और प्रापक के मध्य उपस्थित किसी भी प्रकार के व्यवधान से समझा जा सकता है। 18. तकनीकी विकास के कारण मौखिक रूप से होने वाला अंतर वैयक्तिक संचार प्रिंट, विद्युतीय व उपग्रह संचार मार्ग के कारण विश्वव्यापी हो गया है। 19. सूचना सम्प्रेषण प्रक्रिया के दौरान संचार मार्ग में किसी न किसी कारण से शोर उत्पन्न होता है, जिससे सूचना विकृत व प्रभावित होती है। 20. शोर से तात्पर्य संचार मार्ग में आने वाले व्यवधान से है, जिसके प्रभाव के कारण संदेश अपने वास्तविक अर्थों में प्रापक तक नहीं पहुंचता है।