11. इस देश और इसकी संस्कृति में तो उदार धनिक आत्माओं का सविशेष काम है। 12. को सविशेष रेखांकित किया गया है, वह है किसी भी व्रत की अनिवार्यतः पालन 13. यहाँ तक तो एक कविता-कहानी या लघुकथा में कोई सविशेष फर्क नहीं। 14. ब्रह्म सविशेष है और उसकी विशेषता इसमें है कि उसमें सभी सत् गुण विद्यामान हैं। 15. ज्ञानी होना बहुत अच्छा है, लेकिन वह ज्ञान संपूर्ण अहंकाररहित होना, सविशेष आवश्यक है । 16. स्वतन्त्र तत्व परमात्मा है, जो विष्णु नाम से प्रसिद्ध है और जो सगुण तथा सविशेष है। 17. ओर ये स्वयं श्रीकृष्ण भगवान ने कही है, ईसी लिए ईसका महत्व सविशेष बढ जाता है । 18. किन्तु प्रेमियों के प्रेम का पान करने के लिए वे सविशेष हैं, सगुण हैं, साकार हैं । 19. मौखिक शैली के इस सविशेष स्थान की वजह से, संस्कृत में उच्चार शुद्धि के नियमों का भी व्याकरणतुल्य महत्त्व है । 20. मौखिक शैली के इस सविशेष स्थान की वजह से, संस्कृत में उच्चार शुद्धि के नियमों का भी व्याकरणतुल्य महत्त्व है ।