11. लम्बी साँस छोड़ना दरअसल दुख, शोक प्रकट करने का लक्षण भी है और आन्तरिक वेदना की अभिव्यक्ति भी । 12. लम्बी साँस छोड़ना दरअसल दुख, शोक प्रकट करने का लक्षण भी है और आन्तरिक वेदना की अभिव्यक्ति भी । 13. साँस छोड़ना एक “ लहर ” या लहर प्रभाव पैदा करता है जो एक ही क्रम में काम करता है.14. बहुत बुरा साँस छोड़ना अटैक क्योंकि कृपिका में हवा पूरी तरह से हटा नहीं, वायुकोशीय वातस्फीति में वृद्धि विकसित करता है. 15. कारण यह काम करता है कि साँस छोड़ना के दौरान, हम सबसे आराम और चतुराई से शब्दों प्रभावों के लिए खुले हैं. 16. -सामान्यतः हम श्वसन का अर्थ साँस लेना या साँस छोड़ना लगते है, लेकिन इसे श्वासोच्छ्वास (breathing) कहा जाता है. 17. कारण यह काम करता है है कि साँस छोड़ना के दौरान, हम सबसे आराम और बड़ी चतुराई से शब्दों प्रभावों के लिए खुले हैं. 18. नाक से साँस लेना है और मुँह खोलकर दहाड़ते हुए साँस छोड़ना चाहिए ताकि गले में भी इसका कंपन महसूस हो. शेर की तरह दहाड़ते हुए अर्थात हा... आआ... 19. एक 5-2-4-2 की लय में धीमी गति से लयबद्ध सांस (5 साँस छोड़ना जा रहा है, और 4 साँस लेना है) बनाता प्राण धड़ में और गले में प्रवा ह. 20. एक 5-2-4-2 की लय में धीमी गति से लयबद्ध सांस (5 साँस छोड़ना जा रहा है, और 4 साँस लेना है) बनाता प्राण पूरे शरीर में प्रवाहित होता है.