11. वैसे साधुत्व के संग्राहक और संशोधक दो रूप है | कर्म अकरम से बड़ा है!! 12. एक साधु अगर अपराधी को क्षमा नहीं करता है, तो उसका साधुत्व संदिग्ध हो जाता है। 13. इस तरह शब्दों का साधुत्व और असाधुत्व अर्थावलम्बी है, अन्यनिरपेक्ष अर्थात् केवल स्वरूपाश्रित नहीं है। 14. साधुत्व के साथ चेतना की अनुभूति होती है, बिना साधु बने उस चेतना की अनुभूति नहीं होती।15. साधु न होते हुए भी साधुत्व के सभी गुण अन्ना हजारे स्वयं में समाहित किये हुए है। 16. दरअसल ये दिशा ही निर्धारित करती है कि हमारी यात्रा स्वाधुत्व की ओर है या साधुत्व की ओर। 17. दरअसल ये दिशा ही निर्धारित करती है कि हमारी यात्रा स्वाधुत्व की ओर है या साधुत्व की ओर। 18. जिस दिन विचार आ जाए कि शत्रु भी सुखी हो जाए, उस दिन तुम साधुत्व के निकट हो। 19. ) ब्राह्मणों रख दो अपनी निन्दा-स्तुतिवाणी! रखे रहो अपने साधुत्व का अभिमान! मुझे प्रलय-पयोधि पार करना है। 20. 2-आर एस एस साम्राज्यवादियों का पिच्छलग्गू संगठन है और उसके नेताओं से साधुत्व की उम्मीद करना आकाश-कुसुम तोड़ना है।