11. ऐसा लेखक, जिसकी सामाजिक अस्मिता और जीवन का आधार किसी एक भाषा में लिखने तक ही सीमित होकर रहता है। 12. यौन-नैतिकता का ऐसा कठोर पुरुषवादी नजरिया स्त्री का उत्पीड़न उसके मन, देह और सामाजिक अस्मिता के स्तर तक करता है। 13. इस एक ज़बान को बोलनेवालों में न कोई भेद भाव है और न सामाजिक अस्मिता के धरातल पर कोई दुराव।” 14. ऐसा लेखक, जिसकी सामाजिक अस्मिता और जीवन का आधार किसी एक भाषा में लिखने तक ही सीमित होकर रहता है। 15. इस एक ज़बान को बोलनेवालों में न कोई भेद भाव है और न सामाजिक अस्मिता के धरातल पर कोई दुरा व. ” 16. नितिन मानते हैं कि भोजपुरी फिल्में अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक अस्मिता को कायदे से पर्दे पर नहीं ला पा रही हैं । 17. आज भी भारत में तमाम महिलाएं ' शौचालय ' के अभाव में अपने स्वास्थ्य से लेकर सामाजिक अस्मिता तक के लिए जद्दोजहद कर रही हैं। 18. कविता साहित्य के नाते उत्कृष्ट है कोई शक नहीं पर महिलाओं के सामाजिक अस्मिता , सम्मान और आत्मविश्वास को कम करती है, ठेंस पहुंचाती है। 19. 2 दरअसल स्त्री अस्मिता का सवाल केवल व्यक्तिक अस्मिता का सवाल नहीं है, बल्कि व्यक्तिक अस्मिता के सामाजिक अस्मिता में रूपातंरण की प्रक्रिया है. 20. व्याकरणिक इकाई होने के साथ-साथ वह संस्थागत प्रतीक भी है और सम्प्रेषण का अन्यतम उपकरण होने के साथ वह हमारी सामाजिक अस्मिता का एक सशक्त माध्यम भी है।