11. यह सामाजिक आचार , नैतिकता और कानून के विरूद्ध है और ऐसे व्यवहार ठगी कहलाता है। 12. सामाजिक आचार विचार, कार्यकलाप, रीतिरिवाज, धर्मदर्शन और व्यवहार में दोनो अलग हैं।13. भारत की संस्कृतिक व प्राचिन सामाजिक आचार विचारों कों पुनः स्थापित करने में प्रयत्नशिल संस्था हैं। 14. सामाजिक आचार , व्यवहार और रिश्तों की चर्चा करें तो शादी-विवाहों के आयोजनों की याद आती है।15. बौधायन धर्मसूत्र में व्यक्ति के व्यक्तिगत एवं सामाजिक आचार तथा कर्तव्यों का विशद विवेचन किया गया है। 16. होती तो अभिव्यक्तियों के सामाजिक आचार व्यवहार पर कई अलग अलग तरीके के ठोस अध्ययन सामने आते । 17. == प्रतिपाद्य का विश्लेषण == प्रायः सभी धर्मसूत्रों का प्रतिपाद्य मनुष्य के व्यक्तिगत तथा सामाजिक आचार एवं कर्त्तव्य हैं। 18. धर्म का उदय मनुष्य के सामाजिक आचार संहिता के प्राकृतिक रुप में उद्भव से सम्बन्धित प्रश्न रहा है । 19. श्रीकृष्ण कोल्हाटकर ने अपने हास्यपूर्ण लेखों द्वारा सामाजिक आचार विचार में दिखलाई पड़नेवाली त्रुटियों को सर्वमान्य जनता के सामने ला रखा। 20. श्रीकृष्ण कोल्हाटकर ने अपने हास्यपूर्ण लेखों द्वारा सामाजिक आचार विचार में दिखलाई पड़नेवाली त्रुटियों को सर्वमान्य जनता के सामने ला रखा।