11. कविता में अदृश्य वह सार्वनामिक विशेषण कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कोई सत्ता भी । 12. पुरूषवाचक और निजवाचक सर्वनामों को छोड़ बाकी सभी सर्वनाम संज्ञा के साथ प्रयुक्त होकर सार्वनामिक विशेषण बन जाते हैं। 13. ऐतिहासिक रूप से, अङ्ग्रेजी कारकको लागि संज्ञाको अंकित करती थियो, र यस कारक अंकनको दुइ अवशेष हुन्/छन् सार्वनामिक प्रणाली र 14. (2) सर्वनाम और सार्वनामिक विशेषण में अंतर-जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा शब्द के स्थान पर हो उसे सर्वनाम कहते हैं। 15. जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा से पूर्व अथवा बाद में विशेषण के रूप में किया गया हो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। 16. जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा से पूर्व अथवा बाद में विशेषण के रूप में किया गया हो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। 17. 1. मूल सार्वनामिक विशेषणः जो सर्वनाम बिना किसी रूपांतर के विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है उसे मूल सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। 18. 1. मूल सार्वनामिक विशेषणः जो सर्वनाम बिना किसी रूपांतर के विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है उसे मूल सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। 19. उसका सूचक तो कोई सर्वनाम या सार्वनामिक विशेषण भी नहीं है, जिससे संकेत मिले कि अमुक शग्द ब्वउउवद ळमदकमत में है। 20. जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा से पूर्व अथवा बाद में विशेषण के रूप में किया गया हो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।