11. पाप को पुण्य भलो की बुरो, सुरलोक की रौरव कौन जमोगा । 12. इसकी सूचना पाकर विवश होकर गंगा जी को सुरलोक का परित्याग करना पड़ा। 13. इस बीच सुरलोक में विचरण करती हुई गंगा से उमा की भेंट हुई। 14. महाभारत की एक कथा के अनुसार सुरलोक की सर्वश्रेष्ठ नर्तकी उर्वशी को इन्द्र बहुत चाहते थे। 15. से छीन लिया और मारे खुशी के जा उछली, तो मियॉं भिश्ती नीचे आ रहे और सुरलोक 16. गंगा ने उमा से कहा कि मुझे सुरलोक में विचरण करत हुये बहुत दिन हो गये हैं। 17. सुमेरु पर्वत के ऊपर सपाट प्रदेश मे सुरलोक व नीचे पाताललोक या असुरलोक होने की मान्यता है। 18. गंगा ने उमा से कहा कि मुझे सुरलोक में विचरण करते हुये बहुत दिन हो गये हैं। 19. से छीन लिया और मारे खुशी के जा उछली, तो मियॉं भिश्ती नीचे आ रहे और सुरलोक सिधारे। 20. आदिकाल से सुरलोक से लेकर पृथ्वीलोक तक देवताओं और मनुष्यों की निर्भरता माँ के ऊपर सतत बनी हुई है!