11. सुवाच्यता ' प्रत्यक्ष ज्ञान से संबंधित है' और पठनीयता 'समझ को दर्शाता है'[16]. टाइपोग्राफर का उद्देश्य दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करना होता है.12. सुवाच्यता टाइपरफेस डिजाइनर का मामला है कि वह सुनिश्चत करे कि प्रत्येक वर्ण या ग्लीफ फॉंट के सभी अन्य वर्णों से साफ़ और सुथरा रहें.13. सुवाच्यता टाइपरफेस डिजाइनर का मामला है कि वह सुनिश्चत करे कि प्रत्येक वर्ण या ग्लीफ फॉंट के सभी अन्य वर्णों से साफ़ और सुथरा रहें.14. सुवाच्यता टाइपरफेस डिजाइनर का मामला है कि वह सुनिश्चत करे कि प्रत्येक वर्ण या ग्लीफ फॉंट के सभी अन्य वर्णों से साफ़ और सुथरा रहें.15. डिस्प्ले आकारों में सुवाच्यता के मामले गंभीर होते हैं, एक वर्ण जो 8 प्वाइंट पर अनिश्चितता का कारण होता है वही 24 प्वाइंट पर स्पष्ट हो जाएगा.[15] 16. डिस्प्ले आकारों में सुवाच्यता के मामले गंभीर होते हैं, एक वर्ण जो 8 प्वाइंट पर अनिश्चितता का कारण होता है वही 24 प्वाइंट पर स्पष्ट हो जाएगा. 17. सुवाच्यता कुछ हद तक टाइपोग्राफर के साथ भी संबंध रखता है कि नियत आकार पर नियत उपयोग के लिए वह सही और साफ डिजाइन के टाइपरफेस का चुनाव करे.18. सुवाच्यता कुछ हद तक टाइपोग्राफर के साथ भी संबंध रखता है कि नियत आकार पर नियत उपयोग के लिए वह सही और साफ डिजाइन के टाइपरफेस का चुनाव करे.19. सुवाच्यता कुछ हद तक टाइपोग्राफर के साथ भी संबंध रखता है कि नियत आकार पर नियत उपयोग के लिए वह सही और साफ डिजाइन के टाइपरफेस का चुनाव करे.20. सुवाच्यता ' प्रत्यक्ष ज्ञान से संबंधित है ' और पठनीयता ' समझ को दर्शाता है ' [१ ६]. टाइपोग्राफर का उद्देश्य दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करना होता है.