11. माइक्रोमीटर विकोणमान, जिनमें अंश पढ़ने के लिये सूक्ष्ममापी पेचों का प्रयोग होता है; 12. सूक्ष्ममापी तुला द्वारा छोटे छोटे भारों की तुलना में: 10,00,00,000 में एक भाग।13. दूसरे पेंच से संलग्न सूक्ष्ममापी का पाठ्यांक दूरी जानने के लिए पर्याप्त होता है। 14. औजूत (Auzout) और पीकार (Picard) द्वारा १६०० ई. में सूक्ष्ममापी में सुधार किए गए। 15. दूसरे पेंच से संलग्न सूक्ष्ममापी का पाठ्यांक दूरी जानने के लिए पर्याप्त होता है। 16. सूक्ष्ममापी तुला द्वारा छोटे छोटे भारों की तुलना में: 10,00,00,000 में एक भाग।17. के कारण सूक्ष्ममापी का उपयोग सरल हो गया जब से विषुवतीय प्रकार का आरोपण ( 18. माइक्रोमीटर विकोणमान, जिनमें अंश पढ़ने के लिये सूक्ष्ममापी पेचों का प्रयोग होता है ; 19. जब क्षीण दिष्ट धारा नापनी होती है, तब कैमरा की जगह पर सूक्ष्ममापी नेत्रिका लगा दते हैं। 20. सूक्ष्ममापी नेत्रिका से छाया के विस्थापन को नाप लेते हैं जिससे धारा का मान निकल आता है।