11. जिन पर न इस के बाद सेराब होने के लिये उतरा जायेगा, और न सैराब हो कर पलटा जायेगा। 12. कहीं ऐसा न हो, कहीं वैसा न हो, गुमान, धोका, सेराब ही क़दमों से क्यों लिपटते हैं? 13. 471-बारिश के सिलसिले में दुआ करते हुए फ़रमाया ‘‘ ख़ुदाया, हमें फ़रमाबरदार बादलों से सेराब करना न के दुश्वारगुज़ार अब्रों से। 14. ये तो आने वाला वक़्त बताता है कि ये खूबसूरत ख्वाब रेगिस्तान में सेराब (पानी का धोखा) की तरह है. 15. इन दुआओं को पढ़ने से हमारी रूह इसी तरह शाद होती है जिस तरह बारिश के पानी से सेराब हो कर सबज़ा लहलहाने लगता है। 16. सेराब करने वाले (इल्म व हिकमत के साग़रों) चश्मों से मिलकर (छककर) सेराब होते हैं और फिर सेरो सेराब होकर ही बाहर निकलते हैं।17. सेराब करने वाले (इल्म व हिकमत के साग़रों) चश्मों से मिलकर (छककर) सेराब होते हैं और फिर सेरो सेराब होकर ही बाहर निकलते हैं। 18. सेराब करने वाले (इल्म व हिकमत के साग़रों) चश्मों से मिलकर (छककर) सेराब होते हैं और फिर सेरो सेराब होकर ही बाहर निकलते हैं। 19. इसके चष्मों से प्यासे सेराब होते है और परवरदिगार ने इसके अन्दर अपनी रिज़ा की इन्तेहाई रखी, अपने बलन्दतरीन अरान और अपनी इताअत का उरूज क़रार दिया है। 20. हमारी मां ने हमें मौत के गहरे पानी में धकेल दिया और उस वक्त तक पलटने का नाम न लिया जब तक हम छक कर सेराब न हो लिये ।