21. भारतीय-ईरानी परिवेश में अग्निपूजा के यज्ञ अनुष्ठान में भी अग्नि-पीठ के इर्द-गिर्द प्रदक्षिणा दरअसल आराध्य की उपासना का ही प्रावधान है। 22. यज्ञ के अर्थ में देखें तो प्रायः हिन्दुओं के सभी धार्मिक संस्कारों में अग्निपूजा जुड़ी हुई है जिसमें हवन अनिवार्य है। 23. यज्ञ के अर्थ में देखें तो प्रायः हिन्दुओं के सभी धार्मिक संस्कारों में अग्निपूजा जुड़ी हुई है जिसमें हवन अनिवार्य है। 24. दिलचस्प बात यह कि अग्निपूजा से जुड़े इस प्रमुख संस्कार का संबंध प्राचीन ईरानियों अर्थात् जोरास्ट्रियन (जरथुस्त्रवादियो) से भी है। 25. य ज्ञ अर्थात् अग्निपूजा संस्कार से उद्भूत यज्ञोपवीत और उपनयन संस्कारों के बारे में सफर की पिछली कड़ियों में चर्चा हुई । 26. इन चित्रों में आखेट, मधुसंचय, नृत्य, पशुयुद्ध, अग्निपूजा , वनस्पति इत्यादि से सम्बन्धित दृश्य प्रस्तुत किये गये हैं। 27. अग्निपूजा से जुड़े भव्य और नाटकीय मंत्रोक्त अनुष्ठानों ने समाज में मंत्रशक्तियों के अलौकिक प्रभाव और भ्रम को रचने में भारी योगदान किया।28. अग्निपूजा से जुड़े भव्य और नाटकीय मंत्रोक्त अनुष्ठानों ने समाज में मंत्रशक्तियों के अलौकिक प्रभाव और भ्रम को रचने में भारी योगदान किया।29. मूलतः ये कर्मकाण्ड अग्निपूजा का विधान ही थे और इसके मूल में अग्नि को साक्षी कर सत्य या बुराई का परीक्षण करना था। 30. मूलतः ये कर्मकाण्ड अग्निपूजा का विधान ही थे और इसके मूल में अग्नि को साक्षी कर सत्य या बुराई का परीक्षण करना था।