21. भाषा अनेकार्थता के बिना अस्तित्व में नहीं है, इसमें शताब्दियों से अभिशाप और वरदान दोनों का प्रस्तुतीकरण है। 22. संरचनात्मक अनेकार्थता बनती है जब एक वाक्यांश या वाक्य में एक से अधिक आधारभूत संरचना होती है, जैसे वाक्यांश 23. पूरी तरह से कहें, यद्यपि, अनेकार्थता शब्दार्थगत तथ्य है, जिसमें वक्ता के अर्थ के बजाय भाषाई अर्थ शामिल है, 24. निश्चित ही ऐसी अनेकार्थता का अस्तित्व अंतर्निहित वाक्यात्मक संरचना के एक स्तर के लिए मजबूत साक्ष्य उपलब्ध कराता है। 25. कई बार शब्द कविता से अलग थलग भी दिखाई देते है और कविता की अनेकार्थता में वृद्धि करते है। 26. अनेकार्थता के ऊपर दिए गए उदाहरण में एक शब्द के एक से अधिक अर्थ के साथ की स्थिति हैं.27. पूरी तरह से कहें, यद्यपि, अनेकार्थता शब्दार्थगत तथ्य है, जिसमें वक्ता के अर्थ के बजाय भाषाई अर्थ शामिल है, 'व्या 28. वह अनेकार्थता और इस प्रकार आलंकारिकता को कविता का गुण मानने वाले कॉमन सेन्स के सामने खड़े हो जाते हैं. 29. वह अनेकार्थता और इस प्रकार आलंकारिकता को कविता का गुण मानने वाले कॉमन सेन्स के सामने खड़े हो जाते हैं. 30. अनेकार्थता व्यतिरेक यह एक साधारण बात है कि आपके शब्द क्या संप्रेषित करते हैं ' आपका कहने का अर्थ क्या है इस पर आधारित'।