21. इससे साबित होता है अर्थ शास्त्री का अर्थ शास्त्र कहीं फ़ेल हो रहा है और इसका खामियाजा राष्ट्र को भुगतना पड़ रहा है। 22. इससे साबित होता है अर्थ शास्त्री का अर्थ शास्त्र कहीं फ़ेल हो रहा है और इसका खामियाजा राष्ट्र को भुगतना पड़ रहा है। 23. मनमोहन सिंह, चिदम्बरम और मोंटेक सिंह अहलूवालिया जैसे तथाकथित अर्थ शास्त्री और अमृत्यसेन जैसे नोबुलधारी सलाहकारों के रहते देश की यह हालत है। 24. अर्थ व्यवस्था ने मौसम की उमस को और दमघोंटू बना दिया है और इसे समझने के लिए अर्थ शास्त्री होना जरूरी नहीं भी है। 25. एक अर्थशास्त्री अर्थ शास्त्री फेल हो गया है तो फिर कुर्सी पर क्यों जमा हुआ है? या कुर्सी में फैविकोल लगा हुआ है. 26. और ऊपर से तुर्रा यह की बहुत बड़ा अर्थशास्त्री है, रूह कांपती है यह सोच कर यदि अर्थ शास्त्री न होता तो क्या होता. 27. कुबेर-कुबेर धन के अधिपति है तथा उन की छवि की तुलना किसी भी अर्थ शास्त्री या किसी भी वित्त मंत्री से कर सकते हैं। 28. पर घोटालों पर घोटाले, चोर नेताओं को आश्रय और उनका बचाव, से अब मनमोहनसिंह अर्थ शास्त्री के बजाय खल नायक बन गएँ हैं. 29. कोई भी अच्छा अर्थ शास्त्री किसी भी अच्छे वकील नुमा नेता की मदद से साबित कर सकता है कि यह गंभीर नहीं बड़ा ही विचित्र मामला है। 30. आपको इस पर भरोसा नहीं तो अर्थ शास्त्री प्रधानमंत्री का वह विलाप सुनिए कि एक लाख करोड़ रुपए की सबसिडी का कोई फायदा गरीबों को नहीं मिलता।