21. उत्पादन प्रक्रिया में हस्तकौशल का महत्त्व घटने से अर्धकुशल अथवा अकुशल मजदूरों से भी काम चलाया जा सकता था. 22. रोजगार: हैंडीक्राफ्ट और टेक्सटाइल बड़ी इंडस्ट्री, लेकिन इनमें रोजगार की संभावनाएं केवल कुशल और अर्धकुशल कामगारों के लिए ज्यादा। 23. अनुभव के लिहाज से उन्हें अर्धकुशल श्रमिक के दर्जे में रखना चाहिए लेकिन पम्प संचालक दे रहा है 1200 रुपए महीना। 24. सरकार द्वारा चलाए जाने वाले रोजगार केन्द्र अकुशल, अर्धकुशल और कौशल संचालनात्मक कार्यों के लिए भर्ती के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। 25. वर्तमान में अकुशल श्रमिक के लिए 212 रुपए, अर्धकुशल के लिए 217 और कुशल श्रमिक के लिए 223 रुपए पारिश्रमिक निर्धारित है। 26. इसके अतिरिक्त यदि अर्धकुशल एवं कुशल कारीगरों का वेतन ५-१ ० रुपये प्रतिमाहस, पर्यवेक्षकों एवं अधिकारियों का वेतन रु. 27. उन्होंने सेक्टर 6 के अतिरिक्त अन्य 14 सेक्टरों में भी कार्य करने के लिए कुशल और अर्धकुशल मजदूरों का संख्या बढ़ाने को कहा. 28. दिल्ली सरकार ने अकुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रेणियों के लिए न्यूनतम मजदूरी में 468 रुपए से लेकर 665 रुपए मासिक की बढ़ोतरी की है। 29. न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948 के तहत अकुशल श्रमिक को 3070 रुपए, अर्धकुशल को 3200 और कुशल श्रमिक को 3350 रुपए प्रतिमाह न्यूनतम मजदूरी मिलना चाहिए। 30. उच्चतकनीक पर निर्भर मशीनों को सामान्य कुशलता प्राप्त अथवा अर्धकुशल कामगार भी चला सकता था, जिनपर पूंजीपति को अपेक्षाकृत कम खर्च करना पड़ता था.