21. ध्यानपूर्वक इसके प्रबंधन से अवटुग्रंथि (थाइराड) से पीड़ित व्यक्ति अपना जीवन स्वस्थ और सामान्य रूप से जी सकते हैं। 22. अवटुग्रंथि (थायराइड) एक छोटी सी ग्रंथि होती है जो तितली के आकार की निचले गर्दन के बीच में होती है।23. जब अवटुग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से कम करने लगता है। 24. जब अवटुग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाता तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से कम करने लगता है। 25. अवटुग्रंथि (थायराइड) एक छोटी सी ग्रंथि होती है जो तितली के आकार की निचले गर्दन के बीच में होती है।26. जब अवटुग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से कम करने लगता है। 27. जब अवटुग्रंथि बहुत अधिक मात्रा में हार्मोन बनाने लगती है तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से अधिक करने लगता है। 28. जब अवटुग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाता तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से कम करने लगता है। 29. ध्यानपूर्वक इसके प्रबंधन से अवटुग्रंथि (थाइराड) से पीड़ित रोगी अपना जीवन स्वस्थ और सामान्य रूप से जी सकते हैं। 30. जब अवटुग्रंथि बहुत अधिक मात्रा में हार्मोन बनाने लगती है तो शरीर, उर्जा का उपयोग मात्रा से अधिक करने लगता है।