21. आकर्षण बल से ये शक्ति आबद्ध होकर खिची चली आती है, चिंतन की नकारात्मकता उस22. वेदों में सूर्य के आकर्षण बल पर आकाश में नक्षत्रों की स्थिति का वर्णण मिलता है। 23. वेदों में सूर्य के आकर्षण बल पर आकाश में नक्षत्रों की स्थिति का वर्णण मिलता है। 24. आकर्षण बल को भी कमजोर कर देती है. जिससे वो शक्ति प्रकट नहीं हो पाती.अतः चिंतन के25. वृषभ शब्द का अर्थ है अपनें विशिष्ट आकर्षण बल से वह समस्त स्रष्टि को नियंत्रित करता है। 26. मूलभूत बल: गुरुत्व बल, विद्युत चुंबकीय बल, कमजोर आणविक आकर्षण बल और मजबूत आणविक आकर्षण बल 27. मूलभूत बल: गुरुत्व बल, विद्युत चुंबकीय बल, कमजोर आणविक आकर्षण बल और मजबूत आणविक आकर्षण बल 28. वेदों में सूर्य के आकर्षण बल पर आकाश में नक्षत्रों की स्थिति का वर्णण मिलता है । 29. यह एक विशेष आकर्षण बल जिसे मृदा आर्द्रता तनाव कहते हैं, के कारण मिट्टी में ठहरा रहता है। 30. सूत्र (१) द्वारा किसी पिंड पर पृथ्वी के कारण लगनेवाले आकर्षण बल की गणना की जा सकती है।