21. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) एक विशेष बात है, आपलोग ध्यान देकर सुनें । 22. सिर्फ कहा सुनायाही नही तो उसका आगेका पुरा करीयर सवालोंके और शकके घेरेमें आया होता... 23. उसने जल्दी जल्दी वह खंजर फिरसे उटीनाके खुनमें डूबोया और दिवारपर वह आगेका लिखने लगा. 24. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) किन्तु साधनसे होनेवाला वैराग्य विचारसे होनेवाले वैराग्यसे भी श्रेष्ठ है । 25. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) कितनी विलक्षण बात है कि संसारके वियोगका अनुभव जीवमात्रको है! 26. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) संसारके साथ हमारा सम्बन्ध केवल सेवा करनेके लिये ही है । 27. उसने जल्दी जल्दी वह खंजर फिरसे उटीनाके खुनमें डूबोया और दिवारपर वह आगेका लिखने लगा. 28. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) गीताका पाठ करनेके तीन प्रकार हैं-सृष्टिक्रम, संहारक्रम और स्थितिक्रम । 29. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) विषयोंमें सुख होता तो बड़े-बड़े धनी, भोगी और पदाधिकारी भी सुखी होते । 30. (गत् ब्लॉगसे आगेका ) मतभेदको लेकर आचार्योमें लड़ाई नहीं होती, प्रत्युत उनके अनुयायियोंमें लड़ाई होती है ।