21. उपयोग मूल्य वस्तु के की जरूरतों को पूरा कि उपयोगी सामान है मनुष्य.22. अंतरराष्ट्रीय श्रम के विभाजन के उत्पादों का उपयोग मूल्य की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान; 23. पण्य के दो कारक: उपयोग मूल्य और मूल्य (मूल्य का सार और मूल्य का परिमाण) 24. श्रम-शक्ति के उपयोग मूल्य और विनिमय मूल्य में विरोधाभास के कारण ही शोषण संभव होता है. 25. यह उपयोग मूल्य की जिंस (रूमाल), राजनीति के नैरेटिव के खिलाफ प्रतिरोध है. 26. मार्शल क़ी श्रेणी क़ी ' संरक्षण नैतिकता' गैर मानव जैविक दुनिया में उपयोग मूल्य का एक विस्तार है. 27. इस बदलाव के लिए उपयोग मूल्य को विनिमय मूल्य से अलगाना और उसके अधीन लाना जरूरी था । 28. माल के सौंदर्यशास्त्र की धुरी है उपयोग मूल्य और विनिमय-मूल्य का अंतर्विरोध और क्रेता-विक्रेता के बीच की टकराहट। 29. स्पष्ट है कि इस अवस्था में क्रेता के लिए वस्तु का उपयोग मूल्य कोई मायने नहीं रखता. 30. और यह विरोधाभास श्रम शक्ति के उपयोग मूल्य और विनिमय मूल्य में विरोधाभास होने से ही संभव है.