21. ' एकाक्षरी कोशी' ओषधिवरदनाममाला' आदि अनेक प्रकार के शब्द संग्रहात्मक कोशों का भी निर्माण हुआ है । 22. -लक्ष्मी का स्वरूप माना जाने वाला एकाक्षरी बीज मंत्र ह्रीं बहुत प्रभावशाली और चमत्कारी है। 23. सनतकुमार ने उन्हें भक्तिपूर्वक एकाक्षरी मंत्र का उपदेश देकर एकदंत की उपासना करने के लिए कहा। 24. शतसाहस्रिका (एक लाख श्लोकात्मक) प्रज्ञापारमिता से लेकर एकाक्षरी प्रज्ञापारमिता तक ये सूत्र पाये जाते हैं। 25. उन्होंने निश्चय किया कि करुणामूर्ति गजानन को प्रसन्न करने के लिए एकाक्षरी मन्त्र का आश्रय लिया जाये। 26. समस्त देवताओं के साथ भगवान पशुपति वक्रतुंड के ध्यान के साथ एकाक्षरी मंत्र का जप करने लगे। 27. सनत्कुमार ने उन्हें एकाक्षरी मंत्र का उपदेश कर एकदन्त ध्यान इस प्रकार बताया-एकदन्तं चतुर्बाहुं गजवक्त्रं महोदरम्। 28. यहाँ वियोगात्मक शब्द का प्रयोग चीनीआदि एकाक्षरी परिवार की वियोगात्मक भाषाओं के रूप में नहीं किया जा रहा. 29. इसी तरह श्रीं, क्लीं, ह्रीं, हूं, फट् आदि भी एकाक्षरी मंत्रों में गिने जाते हैं। 30. तब भगवान दत्तात्रेय ने देवगणों को वक्रतुण्ड के एकाक्षरी (गं) का उपदेश देकर अनुष्ठान करने के लिए प्रेरित किया।