21. माया तत्व के साथ मिलकर आत्मा का षट् कंचुक रूप आन्तरिक आवरण बनाता है। 22. माया तत्व के साथ मिलकर आत्मा का षट् कंचुक रूप आन्तरिक आवरण बनाता है। 23. अंडघर कंचुक (tunica vaginalis) में हाइड्रोसील (hydrocele), काइलोसील (chylocele), पाइओसील (phocole) आदि रोग होते हैं। 24. देख बहुत से आधुनिक कोषों में इस कंचुक का अर्थ इस प्रकार कर डाला गया है, 25. कंचुक पक्ष के विषय में ऐसा विचार है कि इनकी उत्पत्ति अन्य इंडोप्टेरिगोट से भिन्न रूप में हुई।26. प्रारम्भ में रोगी गन्ने की पत्तियों तथा पत्र कंचुक पर हल्के सफेद रंग की धारियॉं बन जाती हैं। 27. कंचुक पक्ष के विषय में ऐसा विचार है कि इनकी उत्पत्ति अन्य इंडोप्टेरिगोट से भिन्न रूप में हुई।28. कंचुक पक्ष के विषय में ऐसा विचार है कि इनकी उत्पत्ति अन्य इंडोप्टेरिगोट से भिन्न रूप में हुई।29. वह गंगा, यह केवल छाया, वह लोक चेतना, यह माया, वह आत्म वाहिनी ज्योति सरी, यह भू पतिता, कंचुक काया। 30. जो थोड़ी देर पहले छोटे दिख रहे थे, वो नर्म नाज़ुक कंचुक मेरे सामने विशाल आकार में खुले थे।