21. अत: उनके सभी काव्य द्विवेदी युगीन अभिधावादी कलारूप पर ही आधारित हैं। 22. तमाम कलारूप ख़ुद को तबाह करते हुए मुनाफाखोरों के काम आ रहे हैं। 23. अत: उनके सभी काव्य द्विवेदी युगीन अभिधावादी कलारूप पर ही आधारित हैं। 24. तमाम कलारूप ख़ुद को तबाह करते हुए मुनाफाखोरों के काम आ रहे हैं। 25. अब इस नए दर्शकवर्ग की पसन्द और समझ के अनुरुप नए कलारूप विकसित होंगे। 26. आलोचना शास्त्रा के मानदंडों का निर्माण भाषाई समूह के विविध् कलारूप तय करते हैं। 27. अब इस नए दर्शकवर्ग की पसन्द और समझ के अनुरुप नए कलारूप विकसित होंगे। 28. कारण यह कलारूप अन्य नाट्यरूपों की ही तरह रंगभाषा का वितान अभिनेता और अन्य मंचीय 29. उन्होंने संगीत का एक समांतर संसार रचा और गजल को एक लोकप्रिय कलारूप बना दिया। 30. पहले वाले कलारूप नकारे नहीं गए, लेकिन और नए कलारूपों का प्रयोग किया जाने लगा।